संग्रीला घाटी.....
डॉ नारायण दत्त श्रीमाली ने अपनी अनेकों पुस्तको में सिद्धाश्रम का वर्णन किया है। डॉ श्रीमाली उस सिद्धाश्रम में जाकर भी आये..... इन्होंने अपने गुरु स्वामी सच्चिदानंद को सिद्धाश्रम का मुखिया बताया था....
भारत के हिमालय क्षेत्र में कैलाश मानसरोवर के पास एक घाटी स्थित है जिसे संग्रीला घाटी कहते। इस स्थान को न ही सामान्य आंखों से देखा जा सकता है और न ही ये स्थान सैटेलाइट के माध्यम से आजतक कोई खोज पाया....
संग्रीला घाटी को ही सिद्धाश्रम कहते है। ये एक अलौकिक स्थान है। जिसे सामान्य आँखों से नही देखा जा सकता और जब तक वहां के योगी न चाहे तब तक वहां कोई प्रवेश नही कर सकता। इस सिद्धाश्रम का वर्णन महाभारत,वाल्मीक
ि रामायण और वेदों में भी किया गया है।। बड़े बड़े योगी तांत्रिक इस स्थान पर प्रवेश पाने को लालायित रहते है ।मगर उन्हें यहां प्रवेश नही मिल पाता। सिद्धाश्रम में आज भी ऐसे ऋषि मुनियो का निवास है जिनकी आयु करोड़ो वर्ष है। डॉ श्रीमाली ने अपनी किताब सिद्धाश्रम का योगी में वर्णन किया है कि आज भी सिद्धाश्रम में देवी देवता अप्सराएं समय समय पर आते है।। आदि शंकराचार्य आज भी सिद्धाश्रम में दिखाई देते है। आदि शंकराचार्य को दीक्षा देने वाले अवतारी बाबा आज भी वही पर जीवित है। इस स्थान को नग्न आँखों से नही देखा जा सकता।
सिद्धाश्रम का जिक्र काल विज्ञान नामक पुस्तक में मिलता है ,ये पुस्तक तिब्बत के तवांग मठ में आज भी रखी है। सिद्धाश्रम का जिक्र एक अंग्रेज़ लेखक "James hilton" ने अपनी किताब "lost Horizon" में किया है। इस पर एक हॉलीवुड फ़िल्म भी बनी थी जिसका नाम लास्ट होरिजन ही था। इसके अलावा इसका जिक्र कई रूस के लेखकों ने भी किया है।
ऐसा कहा जाता है कि चीन ने भारत पर आक्रमण इसी वजह से किया था। उसे संग्रीला घाटी की तलाश थी।।और ये घाटी भारत के पास है।।चीन ने मानसरोवर छीन लिया क्योंकि उसे लगा कि ये स्थान मानसरोवर में होगा। मगर ये स्थान अरुणाचल और मानसरोवर के बीच मे आता है। इसीलिए चीन अब अरुणाचल प्रदेश हथियाना चाहता है।।चीन को भारत की विरासत का पूरा ज्ञान है।।
महाभारत काल मे पांडव भी अंत समय मे इसी घाटी पर आए थे और यही से सम्राट युद्धिस्ठिर को जीते जी स्वर्ग की प्राप्ति हुई थी।
डॉ श्रीमाली अपनी किताब में लिखते है की "सिद्धाश्रम एक अलौकिक स्थान है जहां लाखो ऋषि मुनि तपस्या में लीन है। वहां किसी चीज की कोई कमी नही। जो इच्छा करो वो तुरंत प्रकट हो जाता है। सिद्धाश्रम में सिद्धयोगा झील है जिसमे स्नान कर लेने से व्यक्ति कभी बूढ़ा नही हो सकता। सिद्धाश्रम में उर्वशी मेनका जैसी अप्सराएं विचरण करती है। यहां महाभारत काल के वेद व्यास,कृपाचार्य जैसे महापुरुष आज भी निवास कर रहे है जो कि अमर है। सिद्धाश्रम में समय ठहर जाता है।वहां रहने वाले लोग बूढ़े नही होते।।
इस तरह की कई अलौकिक बातो का जिक्र डॉ श्रीमाली ने अपनी किताब में किया तथा वो वहां कई वर्ष रहकर भी आये। और ये बड़े गर्व की बात है कि ये स्थान भारतभूमि में स्थित है।।




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