सेवा में 
महामहिम राष्ट्रपति महोदय
गणराज्य भारत, नई दिल्ली

विषय :- रोहिग्यां मुसलमानों को भारत में शरण दिए जाने के विरुद्ध कारवाई करने के पक्ष में प्रार्थना पत्र
महोदय
#रोहिंग्या_मुसलमान आखिर क्यों खतरा है भारत के लिये कुछ बिंदु आपके संज्ञान में लाना चाहूंगा कृपया महामहिम राष्ट्रपति होने के नाते भारत सरकार को देश में दिखाई दे रही नवीन समस्या को दूर करने के लिए आदेशित एवं निर्देशित करने की कृपा करें!

√ये मुलतः म्यांमार के रहने वाले है, म्यांमार एक बौद्धिस्ट देश है और बौद्धिजम पूरी दुनियां में शांति का प्रतीक धर्म के रूप में पहचाना जाता है!
√कुछ साल पहले तक म्यांमार एक शांतिप्रिय देश था लेकिन फिर रोहिंग्या मुसलमानों ने बौद्धिस्ट लोगो की बेटियो को अपहरण कर के बलात्कार करना शुरू कर दिया, बौद्धिस्ट लड़कियों का फिर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाते, जैसे पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के साथ होता है!
√रोहिंग्या मुसलमानो ने म्यांमार में अपना एक आतंकी संगठन बना लिया सऊदी अरब की सरपरस्ती में, म्यांमार में आतंकी वारदातों को अंजाम दिया जाने लगा और इसके लिये सऊदी अरब से हाई डोनेशन मिलता!
√म्यांमार में पूजा स्थलों पर हमले होने लगे और बौद्धिस्ट युवा भिक्षुओं को जान से मारा जाने लगा!
√जब म्यामांर के बौद्धिस्ट लोगो ने इनका विरोध किया तो रोहिंग्या मुसलमानों ने कहां कि उन्हें म्यामांर में अपने लिये अलग देश चाहिये!जैसा कश्मीरी करते है हिंदुस्तान में!
√इस मामले में सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट तब आया जब #भारत के #बिहार राज्य में स्थित बौद्धिस्टों का अति पूजनीय स्थल #महाबोधि_वृक्ष पर आतंकी हमला हुआ जिसमें इन्ही रोहिंग्या मुसलमानों के आतंकी संगठन का हाथ सामने आया और उस आतंकी संगठन ने कहा म्यांमार से कि ये म्यांमार में उन्हें उनकी मांगों को ठुकराए जाने का नतीजा है!
√विवश शांतिप्रिय म्यांमार के बौद्धिस्ट लोगो ने झुकने के वजाये इन रोहिंग्या मुसलमानों को अपने देश से भगाने का फैसला किया बजाय भारत के #कश्मीरी_पंडितों की तरह भागने के!
>अब सबसे बड़ा प्रश्न ये है कि जिन रोहिंग्या मुसलमानों ने पहले भी भारत पर आतंकी हमला किया,उन्हें भारत शरण क्यो दे?
अतः आपसे निवेदन है कल को जब ये भारत में पुराने हो जाये,इनके बच्चे यहाँ पैदा होकर, पढ़ लिखकर भारत के नागरिक हो जाये और फिर भारत मे अलग देश मांगे अपने लिये इसलिए देश के सुरक्षित भविष्य के लिए भारत सरकार को रोहिंग्या मुसलमानों को तत्काल प्रभाव से अपने देश से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए और जो लोग उनके पक्ष में खड़े हैं उनकी भी जांच करनी चाहिए, कि कहीं उनके तार भी आतंकियों से जुड़े हो..जय भारत
                                                                             निवेदक---
                                                           - महंत स्वामी रुपेंद्र प्रकाश जी महाराज
                                                        शिष्य महंत स्वामी हंस प्रकाश जी महाराज
प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम पोस्ट गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार - 249404
                                                                 www.aazaad.in

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